हमल ठहरने का वजीफा

हमल ठहरने का वजीफा

हमल ठहरने का वजीफा – Hamal Tehrane Ka Wazifa, Tarika, Dua, Tareeqa, Amal, Upay, यदि आपका हमल गिर जाता है तो आज हम आपको हमल को महफूज़ रखने की दुआ और गर्भ ठहरने का वजीफा बता रहे है. इसको जल्दी डिलीवरी होने की दुआ भी कहते है

Hamal Tehrane Ka Wazifa

शादीसुदा लोग और उनके परिजनों की पहली तमन्ना होती है कि उसकी जिंदगी में औलाद आए। इसमें जब देरी होने लगती है तब अधिकतर परिवार वाले बीवी को कोसने लगते हैं और शौहर भी बीवी के गर्भ नहीं ठहरने को लेकर चिंता में पड़ जाता है।

र्कुआन-ए-पाक में कई आयतें दी हुई हैं, जिनको कायदे से पढ़ने पर औरत को हमल का वजीफा हासिल होता है और गर्भ ठहरने से लेकर बच्चे के जन्म तक में कोई अड़चन नहीं आती है।

हमल ठहरने का वजीफा - Hamal Tehrane Ka Wazifa, Tarika, Dua, Tareeqa, Amal, Upay

हमल ठहरने का वजीफा – Hamal Tehrane Ka Wazifa, Tarika, Dua, Tareeqa, Amal, Upay

हमल ठहरने का यह वजीफा अजीबो-गरीब करगर अमल है। जानकार मौलवी का कहना है यह हमल ठहरने का करिश्माई रूहानी इलाज है और औरतों को इसके जरिए यकीनन औलाद हासिल होती है। इसे सात दिनों लगातार इस प्रकार पढ़़ा जाना चाहिए।

  • सूती लाल धागा लेकर हमल को इच्छुक व्यक्ति ताजा वजू बना लें और जिस औरत के लिए हमल ठहरने की दुआ करनी है उनके सिर से लेकर पैर के अंगूठ तक धागे की नाप कर लें।
  • नापे हुए धागे को हाथ में लेकर बिस्मिल्लाह हिरर्हमान निरर्र्हीम पढ़ें।
  • उसके बाद कलमा तय्यब के साथ इस्म मुबारक अस-सबूरुला इल्लाहु मुहम्मादुर रसूलुल्लाह’ पढ़ें। इसके पहले सात बार दारूद शरीफ भी पढ़ें।
  • फिर धागे के एक छोर पर गांठ लगाकर दम करें।
  • इसी तरह से कलमा तय्यब को सात बार पढ़ते हुए धागे पर सात गांठ लगाकर दम करें। गांठ थोड़ी-थोड़ी दूरी पर लगाएं। अंत में फिर से दारूद शरीफ सात बार पढ़ें।
  • इस धागे को औरत की कमर में बांध दें।

जल्दी डिलीवरी हाने की दुआ

जल्दी डिलीवरी हाने की दुआ – Jaldi Delivery Hone Ki Dua, Wazifa, Tarika, Tareeqa, Amal, Upay, कई बार देखा गया है कि गर्भवती औरत की डिलीवरी में देरी होने लगती है। डाक्टर जो तारीख देते हैं उससे कई दिन गुजरने के बाद भी डिलीवरी नहीं हो पाती है। यह स्थिति गर्भवती औरत के साथ-साथ गर्भस्थ बच्चे के लिए भी खतरनाक हो सकती है।

इस दौरान शौहर को चाहिए कि वह जल्द से जल्द इस प्िरक्रया पूरी करवाए। हालांकि कुछ चीजें हमारे वश में नहीं होती उसे अल्लाहताल के रहमो-करम पर छोड़कर उनकी दिल से इबातद करनी चाहिए।

बच्चे की जल्द अर्थात समय पर और सुरक्षित पैदाइश की दुआ करने के लिए मौलवी से सलाह-मश्वीरा करनी चाहिए। मौलाना द्वारा कुछ नियमों का पालन करते हुए दुआ के साथ अमल करनी होगी। यह दुआ नाॅर्मल पेन पैदाइश के लिए असरदार दुआ है।

Jaldi Delivery Hone Ki Dua

  • सबसे पहली बात यह है कि बच्चे की पैदाइश में देरे होने या दर्द की शिद्दत ज्यादा होने पर इसे करने के लिए रात को सोने से पहले ताजा वजू बना लें।
  • एक पाक-साफ सफेद कागज पर लाल स्याही की कलम से आयत को लिख लें। आयत है- सल्लाअल्लाहु अल मुहम्मद सल्लाअल्लहु अलायहे वासल्लाम।
  • फिर पाक-साफ कपड़े से इसे बांधकर ताबीज बना दें। उसके बाद इस आयत को 111 बार पढ़ लें। इसके पहले और अंत में 11-11 बार दरूद इब्राहिम को भी पढ़़़ लें।
  • उसके बाद ताबीज को गर्भवती औरत की बाई जांघ में बांध दें। इंशा अल्लाह सुबह होते-होते बच्चे की पैदाइश में होने वाली देरी खत्म हो जाएगी और लेबर पेन का एहसास होने लगेगा।
  • ध्यान रहे कि बच्चा पैदा होने के बाद उस ताबीज को तुरंत खोल दें और पाक-साफ जगह जैसे पेड़-पौधे की जड़ के पास मिट्टी में दफन कर दें।

हमल को महफूज रखने की दुआ

हमल को महफूज रखने की दुआ – Hamal Ko Mehfooz Rakhne Ki Dua, Wazifa, Tarika, Tareeqa, Amal, Upay, Hindi, Urdu, किसी औरत का हमल ठहरना और बच्चे के जन्म होने तक महफूज बनाए रखाने के लिए अल्लाहताला की तहे दिल से इबादत करनी चाहिए। इसके अलावा खास तरह से दुआ भी करनी चाहिए, ताकि हमल को कोई नुकसान नहीं होने पाए।

बच्चे की पैदाइश में भी कोई अड़चन नहीं आने पाए। सामान्यतः पांच-सात सप्ताह के दौरना हमल के नुकसान पहुंचने का खतरा बना रहता है और उसके खराब होने की स्थिति में खूनजारी हो जाता है।

Hamal Ko Mehfooz Rakhne Ki Dua

  • हमल की हिफाजत करने का एक बहुत असरदार वजीफा ‘‘या मुब्बदी’’ है, जिसे एक सप्ताह तक लगातार प्रतिदिर 99 बार पढ़ने की सलाह दी गई है। इसके अतिरिक्त या रकीबु को भी 111 बार पढ़ जा सकता है।
  • इसे गर्भस्थ औरत, उसका शौहर या दोनों एक साथ पढने के बाद दम़ करना चाहिए।
  • सबसे पहले नमाजें का पाबंदी जरूर करें। इस्लाम में ऐसी मान्यता है कि इससे बड़ा कोई वजीफा या दुआ नहीं है।
  • वजीफे की आयत को सही वजू और तलफ्फुज के साथ पढ़ें।
  • इसके पहले और अंत में दारूद शरीफ को भी 11-11 बार जरूर पढ़ें। उसके बाद दम करें।
  • इसे पढ़ने की शुरूआत किसी भी दिन से की जा सकती है, लेकिन समय सुबह नौ बजे तक का होने से अच्छा होगा।
  • इसे पूरे नौ माह पढ़ जा सकता है, लेकिन इस दौरान कुछ रोज नागा होने का कोई मसला नहीं है।

गर्भ ठहरने का वजीफा

गर्भ ठहरने का वजीफा – Garbh Thehrne Ka Wazifa, Dua, Tarika, Tareeqa, Amal, Upay, Hindi, Urdu, किसी विवाहिता के गर्भ ठहरने में अगर देरी हो रही हो या किसी तरह की अन्य बाधा आ रही हो तो उन्हें गर्भ ठहरने के वजीफे का अमल करना चाहिए।

इस्लाम के अनुसार र्कुआन-ए-पाक में कहा गया है कि औलाद देने या नहीं देने की सिर्फ और सिर्फ अल्लाह की रजामंदी चलती है।

Garbh Thehrne Ka Wazifa

  • किसी औरत के गर्भ ठहरने के लिए नमाजें पढ़ने के साथ-साथ दिए गए आयत को नियमित रूप से पढ़ना चाहिए। आयत है-
  • लिल लाहि मुल्कुल सामावाती वाल अर्ज

याख्लुकु मा यशाऊ याहबू लिमय याशाऊ ठनासव व यहबू लिमय याशाऊज जुकूर।

  • इसे फज्र की नमाज के बाद 133 बार पढ़कर पानी पर फूंक मारें। फिर मिंया-बीवी उसके आधे-आधे हिस्से को पी लें।
  • इसी तरह से एक अन्य आयत को भी मियां-बीवी द्वारा कम से कम फज्र की नमाज के बाद तीन बार जरूर पढ़ना चाहिए। आयत है- जकरिय्या इज नादा रब्बहू रब्बी ला तजरनी फरदव अन्त खैरुल वारिसीन। अर्थात ऐ मेरे रब मुझे अकेल नहीं छोड़ और तू बेहतरीन वारिस बनाने वाला है।
  • दूसरा आयत है- रब्बी हब ली मिनस सालिहीन
  • हुनालिका दआ जकरिय्या रब्बह काल रब्बी हब ली मिल लदुन्का जुर्रिय यतन तय्यिबह इन्नका समीउद दुआ।
  • इन आयातों नमाज की पूरी नेमत के साथ पढ़ना चाहिए। साथ ही इन्हें हर नवविवाहितों  को  विवाह के बाद से ही पढ़़ने की शुरूआत कर देनी चाहिए।
  • हर वजीफे को पढ़ने का अगर कोई वक्त और संख्या  मुकर्रर किया गया है, तो उसे उसी वक्त में उतनी ही मर्तबा पढ़ना चाहिए।
  • जिस भी आयत में कुरानी या अल्लाह का नाम दिया गया है, तो उसके अरबी शब्द का तलफ्फुज सही तरह से सही वजू के होना चाहिए।

Hamare paas bahut se log puchte hai ki unka hamal nahi thahrta isliye aaj hum aapko Hamal Tehrane Ka Wazifa, Tarika, Dua, Tareeqa, Amal, Upay or Hamal Ko Mehfooz Rakhne Ki Dua, Wazifa, Tarika, Tareeqa, Amal, Upay, Hindi, Urdu batayege. Is dua/wazifa ko log Jaldi Delivery Hone Ki Dua, Wazifa, Tarika, Tareeqa, Amal, Upay ya Garbh Thehrne Ka Wazifa, Dua, Tarika, Tareeqa, Amal, Upay, Hindi, Urdu bhi kahate hai.

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चैन सुकून की दुआ

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